Home> Class-10> Sanskrit>Q 54 |
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Que : 54. उपनयन संस्कार का वर्णन करें। |
Answer: उपनयन संस्कार का अर्थ गुरु द्वारा शिष्य को अपने घर में लाना होता है। वहाँ शिष्य शिक्षा के नियमों का पालन करते हुए अध्ययन करते हैं। ये सभी नियम ब्रह्मचर्य व्रत में सम्मिलित है। प्राचीन काल में शिष्य को ब्रह्मचारी कहा जाता था। गुरु के घर में ही शिष्य वेद आरम्भ करता था। वेदों का महत्त्व प्राचीन शिक्षा में श्रेष्ठ माना जाता था। |
Class-10 Sanskrit Notes
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